Mouni Amavasya 2025: कितने भी गहरे नर्क में पढ़े हो आपके पितृ इस एक अचूक उपाय से निकलेंगे बाहर और मिलेगी शांति ! 

Mouni Amavasya 2025: कितने भी गहरे नर्क में पढ़े हो आपके पितृ इस एक अचूक उपाय से निकलेंगे बाहर और मिलेगी शांति ! 

Mouni Amavasya 2025: नमस्कार दोस्तों आज के संपूर्ण आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मौनी अमावस्या पीटर का तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वज को शांति मिलती है और पूर्वज खुश होते हैं और इस दिन पितरों के लिए दीपदान करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या का दिन पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन यदि विधि पूर्वक दीपक जलाया जाए तो यह न केवल पितरों को प्रसन्न करता है बल्कि यह परिवार के लिए सौभाग्य और मंगलकारी परिणाम भी लाता है।

2025 कि बुधवार 29 जनवरी को मौनी अमावस्या है इस दिन स्नान करने का शुभ मुहूर्त 5:25 पर शुरू हो रहा है। इसी मुहूर्त में स्नान और दान करना शुभ रहता है।

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दीपक कहां जलाएं 

मौनी अमावस्या पर पीटा ऑन के लिए दीपक सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में किया जाता है इस दिन प्रदोष काल का समय 5:58 तक है मौनी अमावस्या के पितरों के लिए दक्षिण दिशा में दीपक जलाना चाहिए क्योंकि इस पितरों की दशा मानी जाती है इसके अलावा पीपल का वृक्ष पितरों का वास स्थान माना जाता है तो इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना चाहिए। यदि संभव हो तो किसी पवित्र नदी के तट पर दीपदान करें पानी में दीप प्रवाहित करते समय पितरों का आशीर्वाद मांगेयदि आप बाहर नहीं जा सकते तो घर के आंगन में या तुलसी के पास दीपक जलाएं साथ ही पितृ तर्पण का संकल्प ले जिस स्थान पर आपके शाहदरा या तर्पण किया हो वहां भी दीपक जलाना शुभ होता है।

मौनी अमावस्या के दिन प्रार्थना और मंत्र 

हम आपको बता दे की मौनी अमावस्या पर दीपक जलाते समय इस मंत्र का जाप करें ओम पितृव्य स्वाध्याय स्वाहा जिसका अर्थ है कि हमारे पितरों को यह दीपक अर्पित है कृपया इसे स्वीकार करें और हमें अपना आशीर्वाद प्रदान करें।

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मौनी अमावस्या के दिन दीपदान के लाभ 

  • पितरों की कृपा से घर से सुख शांति और समृद्धि आती है।
  • पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
  • नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है
  • परिवार के सदस्यों की मनोकामनाएं पूरी होती है।।

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